यूक्रेन-सऊदी कूटनीति: जेलेंसकी की सऊदी यात्रा, ट्रम्प संग तकरार के बाद बढ़ी हलचल

जिद्दा: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बढ़ते तनाव के बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंसकी सोमवार को सऊदी अरब पहुंचे। उनकी इस यात्रा को कूटनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की संभावनाएं तेज हो गई हैं।

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री, मोहम्मद बिन सलमान (MBS), ने जिद्दा में अमेरिकी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध में संभावित शांति वार्ता और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए राजनयिक रास्ते तलाशना था। सूत्रों के मुताबिक, सऊदी अरब यूक्रेन और अमेरिका के बीच बढ़ती दूरियों को कम करने और रूस के साथ वार्ता को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

अमेरिका-यूक्रेन संबंधों में तनाव

हाल ही में ट्रम्प ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता और वित्तीय सहयोग पर सवाल उठाए थे, जिससे दोनों देशों के संबंधों में तल्खी बढ़ गई। ट्रम्प के बयान के बाद जेलेंसकी ने वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए सक्रिय कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिए हैं। इसी क्रम में उनकी सऊदी यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

सऊदी अरब की मध्यस्थ भूमिका

सऊदी अरब लंबे समय से वैश्विक कूटनीति में मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहा है। इससे पहले भी रूस और यूक्रेन के बीच कैदियों की अदला-बदली में सऊदी की अहम भूमिका रही थी। इस बार भी सऊदी नेतृत्व शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए पहल कर रहा है।

हालांकि, इस बैठक के क्या ठोस नतीजे निकलते हैं, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा। लेकिन इतना तय है कि जेलेंसकी की सऊदी यात्रा और ट्रम्प के साथ उनकी तकरार वैश्विक राजनीति में नए समीकरण बना सकती है।